विवेकानंद योग वेलनेस सेंटर

योग भारतीय संस्कृति के द्वारा संपूर्ण मानवता को दिया गया एक वरदान है, जो दानव को मानव एवं मानव को देव बनाता है। योग संस्कृत के यूज धातु से लिया गया है, जिसका
अर्थ जुड़ना / संयम/ समाधि के रूप में होता है। स्वामी विवेकानन्द कहते है –विश्व के समस्त शक्तियां आपके अंदर विद्यमान है। आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते है। हमारे
पास अनंत संभावनाएं है। योग उन संभावनाओं को संभव बनाने का विज्ञान है। बस जरूरत है उचित मार्गदर्शन के साथ निरंतर अभ्यास। योग को सिर्फ आसन और प्राणायाम
तक ही सीमित नहीं किया जा सकता है। महर्षि पतंजलि ने साधारण लोगों के लिए योग की आठ सीढ़ियां बताई है, जिसके द्वारा हम अपने जीवन के परम लक्ष्य तक पहुंच सकते
है। हम अपने एवं अपने वातावरण के प्रति सजग हो पाते है। अपने आपको , समाज को एवं अपने वातावरण को समझ पाते है, जिससे सबके साथ एक सकारात्मक जुड़ाव बना
लेते है। इससे स्वयं के साथ साथ समाज का भी विकास संभव है।
 
आज हम विभिन्न प्रकार के मनोशारीरिक रोग से ग्रसित हो रहे है और योग हमे इसका उचित समाधान देता है। तो आईए आज  के दिन हम संकल्प ले कि हम नियमित रूप से
योग अभ्यास करेंगे।

रामकृष्ण मिशन आश्रम के द्वारा अपने स्थापना काल से ही विभिन्नजन कल्याण योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है। योग के प्रचार प्रसार का कार्य भी चल रहा है।

आश्रम के द्वारा निम्नलिखित कार्य योग के क्षेत्र में चल रहा है:
    • सुबह (प्रातः 6 से 7 बजे) एवं शाम (संध्या 4:30 से 5:30) योगसत्र का आयोजन (बृहस्पतिवार एवं रविवार को बंदी एवं मौसम को देखते हुए समय में थोड़ा परिवर्तन किया जाता है।)
    • यौगिक परामर्श संध्या 4 बजे से।
    • NSDC, नई दिल्ली के सिलेबस परआधारित 4 माह का योग प्रशिक्षक का प्रशिक्षण।
    • रविवार प्रातः 7 से 8 बच्चों के लिए योग प्रशिक्षण।
    • विभिन्न संस्थाओं केअनुरोध पर योग की कक्षा एवं योग परआधरित मोटिवेशनल क्लास काआयोजन।
    • योग पर आधारित प्रश्नोत्तर प्रतियोगिताएं।
    • योगासन प्रतियोगिता का आयोजन।
    • योगपर आधारित सेमिनार, वेबिनार का आयोजन।
    • भारत सरकार के द्वारा प्रायोजित योग के विभिन्न कार्य क्रमों का आयोजन।

Updated on 27th Aug 2024